Maoists virtually rule the roost in Jharkhand areas

The fear of violence looms over the second-phase polls in Jharkhand on April 23. The Communist Party of India (Maoists) has now given a call for a Jharkhand Bandh on April 22 to protest the alleged killing of civilians by the Central Reserve Police Force on April 15 in Latehar district.
In an early warning sign to voters and the security forces, Maoists blew up a school building on Monday. At Khukhra village under Pirtand police station in Giridih district, they left notes asking the people to boycott the polls.
The Red Brigade is asserting itself in the Santhal-Pargana tribal belt and parts of Chotta Nagpur by calling for a boycott of voting in eight Lok Sabha constituencies. Maoist graffiti is found at major points in villages. Posters ask the people not to vote and warn of consequences for those who defy the diktat.
The security forces are on tenterhooks following the bandh-boycott call. The forces are being deployed intensively but the numbers involved have not been disclosed.
The Election Commission is understood to have deployed micro-observers and asked for an enhanced security presence in the troubled areas. The forces have been told not to move in heavy vehicles, and to walk to polling stations from their camps for fear of landmines on roads.
In the Giridih constituency, security officials are alarmed by the proliferation of posters and graffiti, and distribution of leaflets, by the Maoists in nearly 17 panchayat areas of Pirtand block. One of the wall writings in a government middle school on Dimri-Giridih roads asks villagers to boycott polls. In Madhuban town even temples sport posters and banners. The Maoists have told candidates not to campaign. Although village residents acknowledge the Maoist threat, they are reluctant to discuss it.
The situation is similar in parts of the Dumka, Dhanbad and Singhbhum Lok Sabha constituencies: the Red Brigade virtually rules the roost here. Armed Maoists unleashed violence in Jharkhand on April 15, the day before the first phase of parliamentary elections. They attacked camps of the BSF and ambushed a bus, killing seven people.

Now fly from Jamshedpur to Delhi


The wait for better air connectivity is over. The low-cost private airline service provider, MDLR Airlines, has commenced its air link connecting Jamshedpur with New Delhi and Chandigarh. A 70-seater aircraft core engine avro-regional jet is in service on this route.

The flight lands in Jamshedpur from Ranchi at around 11.20am. After a brief halt at Sonari Airport, it takes off for Calcutta.On its return journey, the flight lands in Jamshedpur from Calcutta at 1.30pm and then gallop for Ranchi, New Delhi and Chandigarh.

जमशेदपुर के अरूण तिवारी नैनो की दीवानगी में दे दी जान

nano news:
जमशेदपुर। ‘आम आदमी की कार’, यानि ‘नैनो’ के प्रति दीवानगी में यहां एक व्यक्ति ने अपनी जान दे दी।

टाटा मोटर्स की बहुचर्चित लखटकिया कार के इस दीवाने ने अपनी कामकाजी बीवी द्वारा नैनो की बुकिंग के लिए रजामंदी नहीं जताने पर कल शाम कथिततौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
नगर के सिदगोड़ा क्षेत्र में एग्रिको निवासी अरूण तिवारी (40 वर्ष) ने कुछ ही दिन पहले पत्नी से नैनो की बुकिंग कराने की मांग की थी। इस बात को लेकर उसके परिवार में पिछले तीन-चार दिन से विवाद चल रहा था।

बताया जाता है कि नैनो की बुकिंग से इंकार किए जाने से अरूण का दिल ऐसा टूटा कि कल शाम उसने अपने घर में पंखे से धोती का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।

सूत्रों ने बताया कि पेशे से एलआईसी एजेंट अरूण ने दो शादियां की थी। उसकी दूसरी बीवी टाटा स्टील की सहायक कंपनी जुस्को में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी है, जबकि पहली पत्नी घरेलू महिला है। नैनो की बुकिंग को लेकर दोनो पत्नियों में भी कहासुनी हुई थी।

अरूण की कामकाजी बीवी ने उसे कुछ माह पहले ही एक मोटरसाइकिल दिलाई थी, पर वह इसे बेचकर नैनो खरीदना चाहता था।

कोडरमा संसदीय क्षेत्र - मरांडी का जादू बरकरार, पर भाजपा ने पेश की है कडी चुनौती


रांची : कोडरमा संसदीय क्षेत्र में पूर्व मुख्य्मंत्र्ी सह निवर्तमान सांसद बाबूलाल मरांडी का जादू अब भी बरकरार है. परंतु इस बार आश्चयर््जनक ढंग से श्री मरांडी के साथ मुख्य्ा मुकाबले में भाजपा के लक्ष्मण सवर्णकार हैं. लिहाजा लालू प्रसाद य्ाादव ने जिस ’माय्ा‘ समीकरण के भरोसे उसमें कोइरी-कुडमी का तडका मिलाकर उम्मीदवार दिय्ाा था, श्री मरांडी तिलस्म के आगे फीका पड गय्ाा और राजद प्रत्य्ााशी प्रणव वर्मा मुख्य्ा मुकाबले से बाहर दिखाई दे रहे हैं.
इस संसदीय्ा क्षेत्र्ा में वोटरों तक सर्वाधिक पहुंच श्री मरांडी की ही है. प्रत्य्ोक बूथ तक पहुंच भी श्री मरांडी की ही है. कोडरमा संसदीय्ा क्षेत्र्ा के अल्पसंख्य्ाक समुदाय्ा भी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के ’माय्ा‘ समीकरण पर भरोसा करने के बजाय्ा श्री मरांडी पर ज्य्ाादा भरोसा कर रहे हैं.
य्ाद्यपि कोडरमा संसदीय्ा क्षेत्र्ा में श्री मरांडी के साथ मुख्य्ा मुकाबले में इस बार भाजपा दिखाई दे रही है. भाजपा ने लक्ष्मण के ’वैश्य्ा समुदाय्ा‘ से होने के कारण अपने समुदाय्ा के लोगों में मतों का ध्रुवीकरण हो चुका है. भाजपा के इसके अलावा परम्परागत वोटर भी हैं. परंतु भाजपा में कई खामिय्ाां है. पिछले साल भर से भाजपा की झ्ाारखंड की प्रभारी श्रीमती करुणा शुक्ला प्रदेश भाजपा को ’एवरी बूथ, टेन य्ाूथ‘ के संबंध में कडे निर्देश जारी करती रही. परंतु करुणा शुक्ला के निर्देशों का कोई असर कोडरमा संसदीय्ा क्षेत्र्ा में नहीं है अर्थात संसदीय्ा क्षेत्र्ा के प्रत्य्ोक बूथ तक भाजपा की पहुंच नहीं बन पाय्ाी है. भाजपा को कायर््ाकर्ताओं की कमी तो खल ही रही है भाजपाई संसाधनों की कमी भी झ्ोल रहे हैं. राजद प्रत्य्ााशी प्रणव वर्मा के समक्ष भी य्ाही परिस्थिति है.
कोडरमा संसदीय्ा क्षेत्र्ा में भाकपा माले के राज कुमार य्ाादव भी चौथा कोण बना रहे हैं. परंतु श्री य्ाादव को कैडर वोट के अलावा अपने कुछ जातीय्ा वोटों का ही आसरा है. वैसे श्री य्ाादव मतों मंे बिखराव तय्ा है. श्री य्ाादव वोट भाजपा और राजद प्रत्य्ााशी के बीच भी बंटेगा. कोडरमा संसदीय्ा क्षेत्र्ा मंे कांग्रेस टिकट पर पूर्व सांसद तिलकधारी सिंह और झ्ाामुमो के उम्मीदवार के रूप में जामताडा के पूर्व विधाय्ाक विष्णु भैय्ाा भी चुनाव मैदान में हैं. परंतु तिलकधारी और विष्णु भैय्ाा अपने जातीय्ा वोटरों में भी पकड नहीं बना पा रहे हैं. तिलकधारी व विष्णु भैय्ाा भूमिहार जाति से आते हैं. लेकिन श्री मरांडी भूमिहार मतों में सेंधमारी करने की जुगत में हैं. वैसे भूमिहारों का समर्थन श्री मरांडी को नहीं मिलने पर भाजपा प्रत्य्ााशी लक्ष्मण स्वर्णकार उनके समक्ष कडी चुनौती पेश कर सकते हैं. पिछले उपचुनाव में कोडरमा में भाजपा की निराशाजनक स्थिति थी. प्रदेश भाजपाध्य्ाक्ष रघुवर दास ने इस बार भडकर य्ाहां से वैश्व प्रत्य्ााशी दिलवाय्ाा है और श्री दास ने उम्मीदवार को कम से कम मुख्य्ा मुकाबले में लाकर खडा कर दिय्ाा है.
कोडरमा संसदीय्ा क्षेत्र्ा में कोडरमा, बरकट्ठा, धनवार, जमुआ, गांडेय्ा और बगोदर छह विधानसभा क्षेत्र्ा हैं, जिसमें बरकट्ठा, धनबाद और जमुआ में भाजपा का कब्जा है. गांडेय्ा में झ्ाामुमो, बगोदर में भाकपा माले और कोडरमा में राजद का कब्जा है. धनबाद में भाजपा के रवीन्द्र राय्ा विधाय्ाक हैं. उन्होंने आम चुनाव की घोषणा के साथ ही श्री मरांडी का साथ छोडकर भाजपा में वापसी की है. उन्होंने श्री मरांडी के खिलाफ बढ-चढकर दावे भी किय्ो हैं. परंतु धनबाद में ही वस्तुस्थिति में श्री मरांडी भाजपा से भारी पड रहे हैं. कोडरमा व बरकट्ठा संसदीय्ा क्षेत्र्ा में भाजपा के पक्ष में माहौल है. श्री मरांडी बरकट्ठा व बगोदर मंे थोडे कमजोर पड रहे हैं. जमुआ व गांडेय्ा में श्री मरांडी की स्थिति ठीक है. भाजपा व श्री मरांडी के बीच राजद प्रत्य्ााशी कोइरी मतों के ध्रुवीकरण के साथ य्ाादव व मुस्लिम मतों में कतर ब्य्ाौंत की फिराक में है. परंतु श्री मरांडी के तिलस्म के कारण राजद मुस्लिम मतदाताओं के बीच ज्य्ाादा असर नहीं डाल पा रहा है. इनके अलावा माले के राज कुमार की दमदार उपस्थिति होना तय्ा है. कांग्रेस के तिलकधारी एवं झ्ाामुमो के विष्णु भैय्ाा भी उपस्थिति दर्ज कराने के प्रय्ाास में लगे हैं. श्री मरांडी के पक्ष में जो समीकरण जा रहा है, उसमें उनकी मजबूत इच्छा शक्ति, वोटरों में तिलस्म, प्रत्य्ोक बूथ तक उनकी पहुंच और शाम, दाम, दंड, भेद की उनकी नीति कारगर साबित हो रही है.

हजारीबाग संसदीय क्षेत्र - सौरभ ने यशवंत व मेहता को दी है कडी चुनौती




कांग्रेस द्वारा विधाय्ाक सौरभ नाराय्ाण सिंह को इस बार हजारीबाग संसदीय्ा क्षेत्र्ा से उतारे जाने के बाद वहां आम चुनाव दिलचस्प हो गय्ाा है. सौरभ भाजपा प्रत्य्ााशी य्ाशवंत सिन्हा और सीपीआई प्रत्य्ााशी भुवनेश्वर प्रसाद मेहता दोनों के लिए परेशानी का सबब बन गय्ो हैं. भाजपा के लिए झ्ााविमो उम्मीदवार ब्रज किशोर जाय्ासवाल भी मुसीबत खडी कर रहे हैं. जबकि श्री मेहता के लिए झ्ाामुमो के शिवलाल महतो और आजसू पार्टी के चन्द्र प्रकाश चौधरी चुनौती बन गय्ो हैं.
हजारीबाग संसदीय्ा क्षेत्र्ा में लुंजपुंज कांग्रेस में सौरभ ने नई जान फूंक दी है और वोटरों में कांग्रेस के प्रति रुझ्ाान पैदा किय्ाा है. सौरभ ने तेजी से ऊंची जातिय्ाों के वोटरों में संेधमारी करके भाजपा के य्ाशवंत सिन्हा को परेशानी में डाला है. मुस्लिम मतदाताओं का रुख कांग्रेस की ओर मोडकर सीपीआई के भुुवनेश्वर मेहता की राह में रोडे अटकाने का प्रय्ाास किय्ाा है और मुस्लिम मतदाताओं में अगर बिखराव नहीं हुआ तो निश्चित तौर पर सौरभ के संसद तक पहुंचने से रोका नहीं जा सकता है. लिहाजा मुस्लिम वोटों पर सीपीआई के मेहता भी मजबूत दावा कर रहे हैं.
हजारीबाग में भाजपा, कांग्रेस व सीपीआई के बीच मुख्य्ातय्ाा त्र्ािकोणीय्ा संघर्ष के आसार हैं. जबकि झ्ााविमो भी इस संसदीय्ा क्षेत्र्ा में अच्छी उपस्थिति दर्ज कराय्ोगा और झ्ाामुमो एवं आजसू पार्टी भी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए प्रय्ाासरत हैं. हजारीबाग संसदीय्ा क्षेत्र्ा में मुस्लिम मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे. कांग्रेस य्ाा सीपीआई जिस किसी उम्मीदवार के पक्ष में मुस्लिम एकमुश्त वोट डालेंगे एवं परिणाम को प्रभावित करेंगे.
हजारीबाग, बरही, बडकागांव, मांडु व रामगढ पांच विधानसभा क्षेत्र्ा वाले इस संसदीय्ा क्षेत्र्ा में हजारीबाग से स्वय्ां सौरभ नाराय्ाण सिंह विधाय्ाक हैं, जबकि बरही सीट पर भी कांग्रेस का कब्जा है और य्ाहां से मनोज य्ाादव विधाय्ाक हैं. इन दोनों विधानसभा क्षेत्र्ा में सौरभ के ही बढत हासिल करने की प्रबल संभावना है, जबकि बडकागांव में भी कांग्रेस के य्ाोगेन्द्र साव की अच्छी पकड है. पिछले विधानसभा चुनाव में य्ाोगेंद्र साव भाजपा के लोकनाथ महतो से बहुत कम वोटों के अंतर से चुनाव हार गय्ो थे.
परंतु सौरभ रामगढ एवं मांडु विधानसभा क्षेत्र्ा में काफी कमजोर हैं और इन दोनों विधानसभा क्षेत्र्ाों में सौरभ मुस्लिम मतदाताओं के भरोसे हैं. अगर मुस्लिम मतदाताओं का भी समर्थन सौरभ को इन विधानसभा क्षेत्र्ाों में नहीं मिला तो उनके संसद जाने का सपना सपना ही रह जाय्ोगा. क्य्ाोंकि बडकागांव में भी सौरभ य्ाोगेन्द्र वोटरों का रुख सौरभ की ओर कितना मोड पाय्ोंगे, य्ाह फैसला 16 अप्रैल को मतदाता करेंगे. वैसे बडकागांव में सौरभ को झ्ााविमो के श्री जाय्ासवाल से खतरा है.
इधर भाजपा का इस संसदीय्ा क्षेत्र्ा में परम्परागत वोटर हैं और पांचों विधानसभा क्षेत्र्ाों में समान पकड है. बडकागांव और रामगढ विधानसभा क्षेत्र्ा में भाजपा की बढत के कय्ाास लगाय्ो जा रहे हैं. रामगढ में विधाय्ाक चन्द्र प्रकाश चौधरी का दबदबा है और भाजपा का इस विधानसभा क्षेत्र्ा में मुख्य्ा मुकाबला श्री चौधरी के साथ है. सीपीआई और झ्ााविमो भी रामगढ में उपस्थिति दर्ज कराय्ोंगे. झ्ााविमो के लिए शंकर चौधरी रामगढ में लगे हैं.
मांडु विधानसभा क्षेत्र्ा में सीपीआई की बढत लेने की संभावना है. सीपीआई, भाजपा और झ्ाामुमो के बीच ही मांडु क्षेत्र्ा में मुख्य्ा मुकाबले में शामिल होने की संभावना है. सीपीआई का आधार बस्ती और बडकागांव में भी है. परंतु बरही में कांग्रेस, भाजपा व झ्ााविमो के बीच मुख्य्ा मुकाबले के आसार हैं. बरही में झ्ााविमो के लिए उमाशंकर अकेला लगे हैं. बडकागांव में सीपीआई, भाजपा, झ्ााविमो व कांग्रेस के साथ चतुष्कोणीय्ा संघर्ष में है. मुस्लिम मतदाताओं में विखराव होने की स्थिति में भाजपा के य्ाशवंत सिन्हा को फाय्ादा हो सकता है. फिलहाल हजारीबाग संसदीय्ा क्षेत्र्ा में सभी प्रत्य्ााशिय्ाों की टक्कर भाजपा से ही है.

Publicity 2009



Star Cast




Sanjay Dutt, General Secretary, Samajwadi Party and Amar Singh during a public meeting in Hazaribagh District of Jharkhand on Tuesday April 7,2009 campaigning for Samajwadi Party candidate Digambar Mehta.

Hema Malini was in the State (Jharkhand) on April 1 on a one day whirlwind tour to campaign in four different constituencies.

All India Congress Commitee General Secretary, Rahul Gandhi waves to supporters during an election meeting in Lohardaga district of Jharkhand, around 60 kms from Ranchi on April 1, 2009. he is to visit Jharkhand again on April 23-24.

Slogans




A rickshaw puller carrying air cooler and passing through a Congress banner which says “ Symbol of development –common man progressing and making India strong”. The rickshaw puller is contradicting the Congress slogan.

Elections 2009



CPI-Maoist wall painting at Garu village situated at lathear district of Jharkhand which is around 120 Km from State Captial Ranchi asking people to boycott the election.