वै’य समाज को आगामी चुनाव में नजरअंदाज न करने की चेतावनी
दुमका-झारखण्ड 1मार्च दे’ा के विभिन्न राजनीतिक दलेां से वै’य समाज को आगामी चुनाव में नजरअंदाज न करने की चेतावनी देते हुए अखिल भारतीय वै’य सम्मेलन के रा’ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद गिरी’ा कुमार संघी ने कहा , ‘अखिल भारतीय वै’य महासम्मेलन इतना सक्षम हैै कि वह अपने दम पर प्रत्या’ाी खडे कर सकता है । श्री संघी ने यहाॅं स्थानीय वै’य समाज द्वारा आयोजित एक वि’ााल जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जितनी भी राजनीतिक पार्टियाॅं हैं वह वै’य समाज को नजरअंदाज करती हैं तो अखिल भारतीय वै’य महासम्मेलन इतना सक्षम है कि वह अपने बलबूते पर प्रत्या’िायों को खडा कर सकता है ।
श्री संघी ने मायावती और का’ाीराम द्वारा दलित समाज को एक सूत्र बांधने का डदाहरण देते हुए कहा कि जब वो केवल दो अपने बलबूते पर दलित समाज को एकजुट करके उत्तर प्रदे’ा की सत्ता पर काबिज और अपनी ‘’ाक्ति को बढा सकते हैं तो हम ऐसा क्यों नहीं करके अपनी एकजुटता का परिचय दें और अपनी राजनीतिक ताकत को बढाएॅं ।
उन्होंने बताया कि दे’ा की आजादी के लिए फॅंासी के तख्ते पर लटकने वाले भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव वै’य समाज के थे । जंलियाॅंवाला बाग में अधिकां’ा ‘’ाहीद हुए लोगों में वै’य समाज के लोग थे । कारगिल में पहला ‘’ाहीद होने वाला जवान भी हमारे समाज के थे । जब -जब इस दे’ा पर विपत्ति आई है तो वै’य समाज के लोगों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया है।
सरकार की नीतियों के बारे में विस्तार से बताते हुये उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम के उद्यम के लिये ऋण बैंकों से बिना किसी गारंटी के मिल सकता है। अगर किसी को ऋण मिलने में कोई परे’ाानी आये तो वे इसमें उनकी मदद करने के लिये तैयार है।
राजस्थान के गर्जर आंदोलन का उदाहरण देते हुये श्री संघी ने कहा कि एक छोटे से समुदाय के लोगों अपने आंदोलन को इस कदर छेडा कि सरकार को मजबूर हो कर उनकी मांगों को मान लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर हम सभी एकजुट हो जाये तो सरकार को अपनी मांग के लिये झुका सकते है जबकि हमारे समाज की संख्या काफी अधिक है।
उन्होंने बताया कि स्वर कोकिला लता मंगे’कर, बिग बी अमिताभ बच्चन, पूर्व प्रधानमंत्री स्वं लाल बहादुर जैसे अनेक लोग वै’य समाज के है। श्री संघी ने मौजूदा लोगों से 27 मार्च चैत प्रतिपदा को वै’य दिवस मानने का संकल्प लेने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि इस दिन वे संास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करें। इस अवसर पर झारखंड प्रदे’ा वै’य समाज संघ के अध्यक्ष श्री प्रेम कटारूका ने कहा कि लोग अक्सर राजनीतिक पार्टियों की बैठकों में बढ़ चढ़ कर भाग लेते है लेकिन दुख की बात कि वे सामाजिक बैठक में भाग लेने से कतराते है।
गोड्डा के महगामा में कल एक वि’ााल जनसभा को संबोधित करते हुए श्री संघी ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में वै’य समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। इसके लिये झारखण्ड में प्रत्येक बूथ के तत्काल दस सदस्यों कि समिति बनाई जाए । उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए हमारा एक नारा है एक बूथ दस यूथ । प्रत्येक बूथ पर करीब एक हजार मतदाता होते है। दस यूथ एक बूथ में अपने समाज के लोगों की पहचान कर उन्हें संगठित कर सकते हैं । उन्होंने वै’य समाज के लोगों तथा जनहित में कार्य करनेवाले उम्मीदवार को मत देने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे विजेता उम्मीदवार को आप लोगों के कार्य करने के लिए मजबूर होना पडेगा । विजेता उम्मीदवार को यह भी मालूम रहेगा कि अगर उसने आप लोगों का कार्य नहीं किया तेा जिस प्रकार उसे जिताया उसी तरह अगले चुनाव में उसे हरा भी सकते हैं । प्रजातं़त्र के युग में ’ाासन वर्ग को सबक सिखाने का सबसे बड़ा हथियार है चुनाव प्रक्रिया में भाग लेना ।इस लिए आप सब लोग संगठित और एक जुट होकर एकतरफा मतदान क्रें ।
श्री संघी ने झारखण्ड के पिछले चुनाव पे आॅंकडों का हवाला देते हुए क्हा कि राज्य में 81 विधान सभा सीट हैं जिसमे से नौ सीट अनुसुचित जाति और 28 सीटें अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित है। सेस सीटे सामान्य है।अगर हम सभी समाज के लोग सामान्य सीटों पर अधिक ध्यान दे तो हमे इन 44 सीटों पर कामयाबी हासिल हो सकती है। क्योंकि झारखं डमें विभिन्न उपजातियों में बटा हुआ वै’य समाज की आबादी करीब 40 प्रति’ात से अधिक है। यह समय का तकाजा है कि अन्य समाज की तरह हमारा समाज एकजुट हो । उन्होंने कहा कि वै’य समाज को सामाजिक न्याय के साथ राजनीतिक चेतना आनी भी आव’यक है नही ंतो वर्ण आधार पर अल्पसंख्यक समाज हमारे पर सासन करता रहेगा।
उन्होंने वै’य समुदाय से विक्रमी संवत चैत प्रतिपदा को वै’य दिवस मनाने की घोध्णा करते हुये कहा कि हर समाज व अन्य प्रकार के दिवस दे’ाभर में मानाये जाते है इसलिये वै’य समाज सभी उपजातियों को भुलाकर इसे अपने गांवों, प्रखंडों, जिलों तथा राज्य स्तर पर मनाये। इस दिन लोग सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करें ताकि अन्य समाज के लोग इसका अनुसरण कर सकंे और उनके लिये एक उदाहरण बनें।
म्हिलाओं और युवावों को हर कार्यक्रम में भागीदार बनाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि हर आदमी के जीवन में महिला महत्वपूर्ण होती हैं तेा हर तरह से उन्हें आगे बढने का मौका दिया जाना चाहिए और उनकी भागीदारी स्ुनि’िचत किया जाना चाहिए। युवा पिढी भवि’य में दे’ा का नेत्रत्व करने वाली पीढी इसलिए उनको अच्छे संस्कार देने और इनकी उत्तम ’िाक्षा का प्रबंध करने की जिम्मेदारी हमसब पर है । खुद के साथ परिवार तथा आस पास के सभी लोगों के स्वास्थ्य काभी ख्याल रखा जाए ।
सतयुग में श्रीराम के वनवास के समय उनका साथ निभाने चली सीता की तरह से वै’य समाज को दे’ा भर में संगठित करने का लक्ष्य लेकर चल रहे श्री संघी के साथ उनकी धर्म-पत्नी श्रीमति अल्का संघी अपने पति धर्म और समाजिक दायित्व को निभाने के साथ वै’य स्वाभिमान चेतना रथ यात्रा का पूरा प्रबंध भी सम्भाले हुए हैं । ग्रेटर हैदराबाद समाज अग्रवाल समाज के अध्यक्ष श्री सुरे’ा अग्रवाल व श्री अनिल अग्रवाल भी इस यात्रा में अपनी महत्पूर्ण भुमिका निभा रहे हैं ।इस यात्रा के दौरान श्री संघी का जिला ,प्रखण्डों व गाॅंवों के बीच पड़नेवाले मुख्य मार्गों पर भव्य स्वागत हो रह है । बिहार की तरह झारखण्ड में भी लोगों में नइ उमंग नया जो’ा और समाज को संगठित करने की नइ चेतना दिखाइ पडी ।